The 5-Second Trick For lyrics of shiv chalisa
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥क्षम्यतां नाथ, अधुना अस्माकं दोषः अस्ति।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥क्षम्यतां नाथ, अधुना अस्माकं दोषः अस्ति।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा